Low bloodpressure/निम्न रक्तचाप के घरेलू उपचार
LOW BLOODPRESSURE का कारण एवं इलाज
रक्तचाप दो तरह का होता है, उच्च रक्तचाप और निम्न रक्तचाप। वैसे तो दोनों हीं रक्तचाप चिंताजनक होते हैं परंतु निम्न रक्तचाप, उच्च रक्तचाप के तुलना में कम घातक होता है। शरीर का कामकाज सुचारू रूप से चले, इसके लिए रक्तचाप का सामान्य रहना आवश्यक है।
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निम्न रक्तचाप के कई कारण हैं। दुर्घटना या अन्य किसी बीमारी के कारण शरीर से अत्यधिक रक्त का बहना अथवा उल्टी या दस्त के कारण शरीर में पानी एवं लवण तत्वों की कमी होना निम्न रक्तचाप के कारक हो सकते हैं। अत्यधिक पसीना निकालना भी निम्न रक्तचाप का कारण हो सकता है। मधुमेह, मानसिक रोग, अनिद्रा एवं अधिक पेशाब लाने वाली दवाओं का नियमित सेवन भी रक्तचाप में गिरावट लाती है।
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निम्न रक्तचाप का रोगी घबराहट से अचेत तक हो जाता है। निम्न रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति आलस्य, कमजोरी और थकान महसूस करता है। कुछ रोगियों को चक्कर या आँख के आगे अंधेरा छाने की भी शिकायत होती है। यदि निम्न रक्तचाप अधिक दिनों तक बना रहे तो शरीर के अन्य अंगों पर भी इसका प्रभाव होने लगता है।
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उपचार:-- रक्तचाप में थोड़े-बहुत परिवर्तन से घबराना या परेशान नहीं होना चाहिए। शरीर में पानी, लवण एवं प्रोटीन को सामान्य रखने के लिए संतुलित एवं पौष्टिक भोजन का सेवन करना चाहिए। निम्न रक्तचाप में बादाम का सेवन बहुत उपयोगी होता है। रात में थोड़े-से पानी में 7 बादाम को फुलने के लिए रख दें। सुबह इसे बारीक पीसकर दूध के साथ घोलकर सेवन करने से कुछ हीं दिनों में निम्न रक्तचाप सामान्य हो जाता है। इससे दिल को भी ताकत मिलती है।
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जो लोग बादाम नहीं खा सकते वे 32 किशमिश को एक कप पानी में रात को फुलने डाल दें। सुबह खूब चबा-चबाकर सारे किशमिश को एक-एक करके खा जाएं। एक महीना में निम्न रक्तचाप सामान्य हो जायेगा एवं रक्त भी शुद्ध हो जायेगा। किशमिश के साथ अंकुरित देशी चना को भी नाश्ते की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है। यह प्रयोग बत्तीस दिन तक करने से पूर्ण लाभ प्राप्त होता है। लाभ होने के बाद भी यह पौष्टिक प्रयोग जारी रख सकते हैं।
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Low bloodpressure/निम्न रक्तचाप के घरेलू उपचार
Reviewed by Ragini Rani
on
February 24, 2019
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