Kidney me stone। गुरदे की पथरी का घरेलू इलाज

पथरी नष्ट करने में रामवाण है कुलथी का उपयोग



गुरदा हमारे शरीर के महत्वपूर्ण  अंदरुनी अंगों में से एक है। यह मूत्र को छानकर एवं शुद्ध करके रक्त में उपस्थित  क्षारीय पदार्थ पानी व नमक को अलग करके मूत्राशय में इकट्ठा करने का कार्य करता है। 
            गुरदे की बनावट सेम के बीज की तरह होता है। मानव शरीर में दो गुरदे होते हैं। यह कमर के निचले भाग में स्थित होते हैं। दोनो गुरदे से एक-एक नलिका मूत्राशय से जुड़ी होती है।





(पढ़ें--- मूत्र विकार के कारण एवं घरेलू इलाज)

             गुर्दे की एक आम शिकायत होती है पथरी होना। पथरी गुरदे अथवा मूत्र नलिका में बनती है। गुर्दे में पाई जाने वाली पथरी बालू, मिट्टी के जमाव जैसी तथा आकार में चिड़िया के अंडे जितनी होती है। गुरदे में पथरी हो जाने पर मूत्र विसर्जन में भयंकर पीड़ा होती है। बार-बार पेशाब होना तथा कम मात्रा में पेशाब होना गुर्दे में पथरी के लक्षण हो सकते हैं। कभी-कभी मूत्र में रक्त भी आ सकता है।

उपचार :--- गुर्दे की पथरी से पीड़ित अधिकांश रोगियों का इलाज नियमित उचित आहार से किया जा सकता है। केवल कुछ ही रोगियों को शल्य क्रिया की जरूरत पड़ती है। ऐसे रोगी को ज्यादा देर भूखे नहीं रहना चाहिए। मैदा, चीनी, पालक, टमाटर, बैंगन, उरद, सूखे मेवे, चाय-कॉफी, मसालेदार गरिष्ठ भोजन अथवा अधिक भोजन का सेवन पथरी निर्माण में सहायक होते हैं। अतः  इनका सेवन वर्जित कर दें।

(पढ़ें--- चिंता से मुक्त होने के अचूक उपाय)






              पथरी में कुलथी, मूली, आँवला, अन्नानास, बथुआ, जौ, मूंग दाल आदि का सेवन करना लाभप्रद होता है। रोगी को तरल पदार्थ अधिक मात्रा में सेवन करना चाहिए। रोगी को प्रतिदिन कम-से-कम 6 से 8 गिलास पानी का सेवन अवश्य करना चाहिए।

             गुरदे की पथरी में कुलथी का सेवन रामवाण इलाज है। 50 ग्राम कुलथी को 250 ग्राम पानी में रात में फुलने के लिए रख दें। सुबह इस कुलथी को इसी पानी के साथ धीमी आंच पर उबालें। जब पानी 100 ग्राम बच जाये तो आंच बंद कर दें। अब इसमें सेंधा नमक एवं काली मिर्च मिलाकर शुद्ध घी तथा जीरा से छौंक दें। प्रतिदिन दो बार सुबह-शाम इस सूप के सेवन से कुछ ही दिनों में पथरी टुकड़े-टुकड़े  होकर मूत्र के साथ निकल जाती है। साधारण दाल की जगह कुलथी के दाल का उपयोग गुर्दे की अन्य बीमारियों के साथ कमर दर्द में भी लाभप्रद होता है।

 (पढ़ें---कमर दर्द का सफल घरेलू इलाज)






          गुर्दे में पथरी प्रारंभिक अवस्था में है तो अजवाइन को मूली के रस में मिलाकर खाने से पथरी पेशाब के साथ बाहर निकल जाता है।
           10 ग्राम इलाइची, 10 ग्राम शिलाजीत तथा 10 ग्राम पीपर का चूर्ण बना लें। इसमें 30 ग्राम मिसरी मिला दें। प्रतिदिन सुबह-शाम एक-एक चम्मच ताजा पानी के साथ इस चूर्ण का सेवन करने से पथरी में लाभ होता है।
     
 (पढ़ें--- उच्च रक्तचाप/high-blood-pressure का घरेलू इलाज)

       
Kidney me stone। गुरदे की पथरी का घरेलू इलाज Kidney me stone। गुरदे की पथरी का घरेलू इलाज Reviewed by Ragini Rani on February 18, 2019 Rating: 5

No comments:

Thanks for comments

Powered by Blogger.